Friday, 16 January 2015

पुरानी कहावतों को चरितार्थ करती 2014 की 11 बड़ी घटनाएं

पुरानी कहावतों को चरितार्थ करती 2014 की 11 बड़ी घटनाएं

Thanks to
2104 ख़त्म ,उम्मीद करता हूँ ये साल आपके लिए अच्छा रहा होगा और साथ ही ईश्वर से कामना करता हूँ कि आने वाला साल आप सबकी life में ढेर सारी खुशियां लेकर आये .
2014 bye byeFriends, हम सब पुरानी कहावतों , लोकोक्तियों और मुहावरों का प्रयोग करते रहते हैं ( for simplicity हम इन सभी को कहावतें ही कहेंगे ) . पता नहीं इन्हे किसने बनाया और ये कैसे प्रचलन में आयीं पर जो भी हो इनमे बहुत दम है और आज भी ये उतनी ही सही हैं जितना पहले हुआ करती थीं . और इसी बात को ध्यान में रखकर मैं आपके साथ 2014 की कुछ प्रमुख घटनाएं share कर रहा हूँ जो हमारी पुरानी कहावतों को चरितार्थ करती हैं. आइये देखते हैं इन्हे .
1) पेशावर में आतंकवादियों द्वारा 130 स्कूली बच्चों की हत्या :
16 दिसंबर को घटी एक ऐसी घटना जिसने सारे विश्व को हिला दिया ,पाकिस्तान में हुई इस घटना ने हिन्दुस्तानियों को भी रुला दिया …ये घटना Pakistan को एक बड़ी सीख देती है और वो सीख इस कहावत में छिपी हुई है —जो दूसरों के लिए गड्ढा खोदता है वो खुद उसमे गिर जाता है . I am sure आपने इस कहावत को ज़रूर सुना होगा , Pakistan ने भारत के खिलाफ terrorists को support किया और आज वो खुद इसका सबसे बड़ा शिकार बन रहा है .
2) Malaysia Airlines Flight 370 का गायब होना :
8 मार्च को गायब हुए इस हवाईजहाज का अभी तक कोई पता नहीं चल सका है . इसमें 15 देशों के 230 से अधिक लोग सवार थे . यकीन नहीं होता कि जहाँ एक तरफ इंसान मंगल ग्रह तक पहुंच जा रहा है वहीँ पृथ्वी पर इतने बड़े विमान को नहीं खोज पा रहा है , आखिर क्या हुआ उस airplane का उसे ज़मीन निगल गयी या आसमान खा गया.
3) मंगलयान – MOM (Mars Orbiter Mission) की कामयाबी :
आज तक सिर्फ तीन ही Space Agencies Mars तक पहुँच पायी थीं , 24 September को भारत का ISRO भी इस list में शामिल हो गया . लेकिन सबसे बड़ी बात ये है कि ISRO ने ये कमाल अपने पहले ही attempt में कर दिखाया और वो भी औरों की तुलना में कहीं कम लागत पर .
इस event के लिए मुझे कोई उपयुक्त कहावत नहीं सूझ रही , अगर आपके mind में हो तो कृपया कमेंट के माध्यम से बताएं . (Note: Comment करने के बाद तब तक नहीं दिखेगा जब तक उसे approve न किया जाए )
कौन कहता है आसमान में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों.  Suggested by Ashish ,thanks :)
4) मोदी और अमित शाह का जादू :
30 साल बाद केंद्र में पूर्ण बहुत की सरकार हो या हरयाणा और झारखंड की जीत BJP ने इस बार चुनावों में उम्मीद से भी अधिक सफलता हासिल की है और इसका श्रेय बहुत हद्द तक मोदी और अमित शाह की जोड़ी को जाता है . और ऐसी ही जोड़ियों के लिए हम कहते हैं - एक और एक ग्यारह होते हैं .
5) Flipkart Big Billion Day की असफलता :
अगर आप online shopping करते हैं तो आपने Flipkart Big Billion Day की खबर पर ज़रूर ध्यान दिया होगा . October के इस Mega Sale event को promote करने के लिए Flipkart ने करोड़ों खर्च किये , पर sale के दिन इतने लोगों ने site hit की कि servers load नहीं ले पाये और बैठ गए ….as a result इस एक दिन ने भले ही Flipkart के लिए खूब कमाई की पर उसकी reputation पर एक दाग लगा दिया … इतना की owenrs ने इस failure के लिए लिखित माफ़ी भी मांगी . इस घटना के लिए एक ही कहावत याद आती है …नाम बड़े और दर्शन छोटे .
6) मलाला युसुफ़ज़ई और कैलाश सत्यार्थी को नोबेल शांति पुरस्कार :
मलाला सबसे काम उम्र की Noble laureate हैं , उन्हें ये पुरस्कार लड़कियों की शिक्षा के लिए किये गए उनके संघर्ष को लेकर मिला है , जिसके लिए उन्हें तालिबान की गोलियां भी खानी पड़ीं . कैलाश जी बच्चों के हक़ के लिए काम करते रहे हैं , 1980 में उन्होंने बचपन बचाओ आंदोलन की शुरआत की जिसके अंतर्गत 144 देशों के 83000 से अधिक बच्चों का जीवन बदला जा चुका है . इन दोनों महान हस्तियों के लिए तो यही कहा जा सकता है ,  कर भला तो हो भला .
7) Football World Cup में Brazil की शर्मनाक हार :
8 July को Brazil में ही हो रहे इस semifinal match को मैं भी देख रहा था ,… जिसने भी देखा उसे यकीन ही नहीं हो रहा था की Brazil इतनी बुरी तरह से हार सकता है , half time तक Germany 5- 0 से lead कर रहा था , stadium में बैठे दर्शकों के साथ – साथ पूरी दुनिया के करोड़ों football प्रेमी सन्न रह गए थे … दुसरे हाल्फ के अंतिम मिनट में ब्राज़ील मात्र एक goal कर पाया और finally 7-1 से हार गया .
इसके लिए भी मुझे कोई उपयुक्त कहावत नहीं सूझ रही , अगर आपको ध्यान आये तो please कमेंट के through बताएं .
हांथो के तोते उङ जाना  suggested by Anita Ma’am, thanks :)
8) Arvind Kejrival का इस्तीफा :
अमूमन विरोधी दल सरकार गिराते हैं , पर आम आदमी पार्टी के मुखिया ने खुद ही 49 दिन सरकार चलाने के बाद बिना किसी ठोस वजह के इस्तीफा दे दिया ,… इसी को कहते हैं अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मारना .
9) संत रामपाल की आश्रम से गिरफ्तारी 
ये news November 2014 में सुर्ख़ियों में रही . यकीन नहीं होता की खुद को संत कहने वाले के आश्रम में शाश्त्रों का नहीं शश्त्रों का भण्डार था . ऐसे ढोंगी बाबाओं के लिए ये कहावत बिलकुल fit बैठती है – मुख में राम बगल में छूरी .
10) Delhi Zoo की घटना :
September में घटी एक घटना जिसने सबका ध्यान अपनी ओर खिंचा वो थी दिल्ली के चिड़ियाघर में विजय नाम के एक सफ़ेद बाघ का मक़सूद नाम के एक व्यक्ति को मारना . 20 साल का मक़सूद ना जाने कैसे बाघ के बाड़े में जा गिरा , बाघ 10-15 मिनट तक उसे देखता रहा , पर जब वहां खड़े लोगों ने उसपर पत्थर मारे तो वो मक़सूद को घसीटता हुआ ले गया मार डाला . ये तो literally मौत के मुंह में कूदना था .
11) सलाखों के पीछे :
इस साल कुछ बहुत ही बड़ी गिरफ्तारियां हुईं , जिसमे प्रमुख रही तमिल नाडु की Chief Minister Jayalalithaa और Sahara के Chairman Subrata Roy की गिरफ़्तारी . इन arrests से साबित होता है कि पैसा और पावर भी आपको क़ानून की गिरफ्त से नहीं बचा सकते। और इसके लिए तो बस Hindi फिल्मों में अनगिनत बार दोहराया dialogue ही याद आता है … कानून के हाथ लम्बे होते हैं . :)
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Slogans for India ...DESH KA NAMAK भारत की प्रशंशा में कहे गए कथन

 भारत की प्रशंशा में कहे गए कथन 

Quote 1: We owe a lot to the Indians, who taught us how to count, without which no worthwhile scientific discovery could have been made.
In Hindi : हम भारतीयों के कृतज्ञ हैं , जिन्होंने हमें गिनना सिखाया , जिसके बिना कोई सार्थक वैज्ञानिक खोज नहीं की जा सकती थी .
Albert Einstein ऐल्बर्ट आइन्स्टीन

Quote 1: We owe a lot to the Indians, who taught us how to count, without which no worthwhile scientific discovery could have been made.
In Hindi : हम भारतीयों के कृतज्ञ हैं , जिन्होंने हमें गिनना सिखाया , जिसके बिना कोई सार्थक वैज्ञानिक खोज नहीं की जा सकती थी .
Albert Einstein ऐल्बर्ट आइन्स्टीन

Quote 2: If I were asked under what sky the human mind has most fully developed some of its choicest gifts, has most deeply pondered on the greatest problems of life, and has found solutions, I should point to India.
In Hindi : यदि मुझसे पुछा जाए कि किस आकाश के नीचे मानवीय मस्तिष्क ने अपने कुछ चुनिन्दा उपहारों को  विकसित किया  हैं, जीवन की सबसे बड़ी समस्याओं पर गहन विचार किया हैं और उनके हल निकाले हैं , तो मैं भारत की तरफ इशारा करूँगा।
Max Mueller मैक्स मूलर
Quote 3: If there is one place on the face of earth where all the dreams of living men have found a home from the very earliest days when man began the dream of existence, it is India.
In Hindi : यदि इस धरती पर कोई ऐसी जगह है जहाँ प्रारंभिक दिनों से ही जब मनुष्य ने सपने देखने शुरू किये और उसके सभी सपनो को आश्रय मिला तो वो जगह भारत है .
Romain Rolland रोमेन रोलैंड
Quote 4: Whenever I have read any part of the Vedas, I have felt that some unearthly and unknown light illuminated me. In the great teaching of the Vedas, there is no touch of sectarianism.
In Hindi : मैंने जब कभी वेदों का कोई भाग पढ़ा है,  मैंने महसूस किया है कि किसी चमत्कारिक अज्ञात प्रकाश ने मुझे प्रकाशमान किया है . वेदों के महान उपदेशों में सांप्रदायिकता  का कोई अंश नहीं है .
Henry David Thoreau हेनरी डेविड थोरीयो 
Quote 5: India conquered and dominated China culturally for 20 centuries without ever having to send a single soldier across her border.
In Hindi : भारत ने बिना सीमा पार कोई सैनिक भेजे चीन पर सांस्कृतिक विजय प्राप्त की और 20 शताब्दियों तक अपना प्रभुत्त्व कायम रखा .
Hu Shih हु शिह
Quote 6: There are some parts of the world that, once visited, get into your heart and won’t go. For me, India is such a place.
In Hindi : दुनिया में कुछ ऐसी जगहें हैं जहाँ एक बार जाने पर वो आपके हृदय मे बस जाती हैं और कभी निकलती नहीं . मेरे लिए , भारत एक ऐसी ही जगह है .
Keith Bellows  कीथ बेल्लोज़ 
Quote 7: It is impossible not to be astonished by India. Nowhere on Earth does humanity present itself in such a dizzying, creative burst of cultures and religions, races and tongues.
In Hindi : भारत से चकित हुए बिना रहना असंभव है . दुनिया में कहीं भी और मानवता स्वयं को इतने बुलंद एवं रचनातमक संस्कृतियों, धर्मों , जातियों और भाषाओँ में प्रस्तुतु नहीं करती है .
A Rough Guide to India अ रफ गाइड टू इण्डिया
Quote 8: India was the motherland of our race, and Sanskrit the mother of Europe’s languages: she was the mother of our philosophy; mother, through the Arabs, of much of our mathematics; mother, through the Buddha, of the ideals embodied in Christianity; mother, through the village community, of self-government and democracy. Mother India is in many ways the mother of us all.
In Hindi : भारत हमारी जाती की मात्रभूमि था , और संस्कृत यूरोप की भाषाओं की जननी : वो हमारे दर्शन की जननी थी ; अरबों के माध्यम से हमारे गणित के अधिकतर ज्ञान की जननी ; बुद्ध के माध्यम से क्रिस्चैनिटी में अपनाये गए आदर्शों  की जननी; ग्रामीण समुदायों के माध्यम से स्वशाशन और लोकतंत्र की जननी। भारत माता कई मायनों में हम सबकी माता है .
Will Durant विल ड्यूरेंट
Quote 9: India is, the cradle of the human race, the birthplace of human speech, the mother of history, the grandmother of legend, and the great grand mother of tradition. our most valuable and most instructive materials in the history of man are treasured up in India only.
In Hindi : भारत, मानव जाती का पालना  है , मानव वाणी का जन्मस्थान , इतिहास की जननी , किंवदंतीयों की मातामही , और परंपरा की  महा मातामही , मानवीय इतिहास की  सबसे मूल्यवान और शिक्षाप्रद वस्तुएं भारत में ही  निहित हैं .
Mark Twain मार्क ट्वेन
Quote 10: So far as I am able to judge, nothing has been left undone, either by man or nature, to make India the most extraordinary country that the sun visits on his rounds. Nothing seems to have been forgotten, nothing overlooked.
In Hindi : जहाँ तक मैं आंक सकता हूँ , परिक्रमा करते हुए सूर्य जहाँ-जहाँ  से गुजरता है उसमे भारत को सबसे असाधारण देश बनाने के लिए इंसान या प्रकृति के द्वारा कुछ भी अधूरा नहीं छोड़ा गया है . ऐसा लगता है की न कुछ भूला  गया है और न ही किसी चीज की अनदेखी की गयी है .
Mark Twain मार्क ट्वेन
Quote 11: India will teach us the tolerance and gentleness of mature mind, understanding spirit and a unifying, pacifying love for all human beings.
In Hindi : भारत हमें एक परिपक्व मन की सहिष्णुता और नम्रता, भावनाओं को समझान और समेकक करना ,और  सभी मनुष्यों को प्रेम से संतुष्ट करना सिखाएगा .

Wednesday, 14 January 2015

Indian Festival Makar Sankranti मकर संक्रांति क्या है?

मकर संक्रांति क्या है?


Makar Sankranti Hindi

प्रति माह होने वाला सूर्य का निरयण राशि परिवर्तन संक्रांति कहलाता है। सामान्यतया आमजन को सूर्य की मकर संक्रांति का पता है, क्योंकि इस दिन दान-पुण्य किया जाता है। इसी दिन सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण होते हैं। संक्रांति को सजीव माना गया है।

प्रति माह संक्रांति अलग-अलग वाहनों व वस्त्र पहन कर, शस्त्र, भोज्य पदार्थ एवं अन्य पदार्थों के साथ आती है।

सूर्य का एक राशि से दूसरी राशि में जाने को ही संक्रांति कहते हैं। एक संक्रांति से दूसरी संक्रांति की अवधि ही सौरमास है। वैसे तो सूर्य संक्रांति 12 हैं, लेकिन इनमें से चार संक्रांति महत्वपूर्ण हैं, जिनमें मेष, कर्क, तुला, मकर संक्रांति हैं।

Makar Sankranti Hindi
FILE
मकर संक्रांति के शुभ मुहूर्त में स्नान, दान व पुण्य का शुभ समय का विशेष मह‍त्व है। मकर संक्रांति के पावन पर्व पर गुड़ व तिल लगा कर नर्मदा में स्नान करना लाभदायी होता है।

इसके पश्चात दान संक्रांति में गुड़, तेल, कंबल, फल, छाता आदि दान करने से लाभ मिलता है तथा पुण्य फल की प्राप्ति होती है।

14 जनवरी ऐसा दिन है, जबकि धरती पर अच्छे दिन की शुरुआत होती है। ऐसा इसलिए कि सूर्य दक्षिण के बजाय अब उत्तर को गमन करने लग जाता है।

जब तक सूर्य पूर्व से दक्षिण की ओर गमन करता है तब तक उसकी किरणों का असर खराब माना गया है, लेकिन जब वह पूर्व से उत्तर की ओर गमन करते लगता है तब उसकी किरणें सेहत और शांति को बढ़ाती हैं।

भगवान श्रीकृष्ण ने भी उत्तरायण का महत्व बताते हुए गीता में कहा है कि उत्तरायण के छह मास के शुभ काल में, जब सूर्य देव उत्तरायण होते हैं और पृथ्वी प्रकाशमय रहती है तो इस प्रकाश में शरीर का परित्याग करने से व्यक्ति का पुनर्जन्म नहीं होता, ऐसे लोग ब्रह्म को प्राप्त हैं।

इसके विपरीत सूर्य के दक्षिणायण होने पर पृथ्वी अंधकारमय होती है और इस अंधकार में शरीर त्याग करने पर पुनः जन्म लेना पड़ता है।

Do you Know your Nation, Do you know your National Tree,Animal,Bird,Calender.

Do you Know your Nation,

Do you know your National Tree

National Animal

National Bird

National Calender
National Tree
National Symbols
National Army



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Patroitism in Songs मेरे देश की धरती

मेरे देश की धरती सोना उगले, उगले हीरे मोती
मेरे देश की धरती

बैलों के गले में जब घुँघरू जीवन का राग सुनाते हैं
ग़म कोस दूर हो जाता है खुशियों के कंवल मुस्काते हैं
सुन के रहट की आवाज़ें यूँ लगे कहीं शहनाई बजे
आते ही मस्त बहारों के दुल्हन की तरह हर खेत सजे

मेरे देश की धरती सोना उगले उगले हीरे मोती
मेरे देश की धरती

जब चलते हैं इस धरती पे हल ममता अँगड़ाइयाँ लेती है
क्यों ना पूजें इस माटी को जो जीवन का सुख देती है
इस धरती पे जिसने जन्म लिया उसने ही पाया प्यार तेरा
यहाँ अपना पराया कोई नही हैं सब पे है माँ उपकार तेरा

मेरे देश की धरती सोना उगले उगले हीरे मोती
मेरे देश की धरती

ये बाग़ हैं गौतम नानक का खिलते हैं अमन के फूल यहाँ
गांधी, सुभाष, टैगोर, तिलक ऐसे हैं चमन के फूल यहाँ
रंग हरा हरिसिंह नलवे से रंग लाल है लाल बहादुर से
रंग बना बसंती भगतसिंह से रंग अमन का वीर जवाहर से

मेरे देश की धरती सोना उगले उगले हीरे मोती
मेरे देश की धरती

बच्चों की कहानी : ईमानदारी की जीत

बच्चों की कहानी : ईमानदारी की जीत

जीवन जोशी

ND
चारों ओर सुंदर वन में उदासी छाई हुई थी। वन को अज्ञात बीमारी ने घेर लिया था। वन के लगभग सभी जानवर इस बीमारी के कारण अपने परिवार का कोई न कोई सदस्य गवां चुके थे। बीमारी से मुकाबला करने के लिए सुंदर वन के राजा शेर सिंह ने एक बैठक बुलाई

बैठक का नेतृत्व खुद शेर सिंह ने किया। बैठक में गज्जू हाथी, लंबू जिराफ, अकड़ू सांप, चिंपू बंदर, गिलू गिलहरी, कीनू खरगोश सहित सभी जंगलवासियों ने हिस्सा लिया। जब सभी जानवर इकठ्ठे हो गए, तो शेर सिंह एक ऊंचे पत्थर पर बैठ गया और जंगलवासियों को संबोधित करते हुए कहने लगा, 'भाइयों, वन में बीमारी फैलने के कारण हम अपने कई साथियों को गवाँ चुके हैं। इसलिए हमें इस बीमारी से बचने के लिए वन में एक अस्पताल खोलना चाहिए, ताकि जंगल में ही बीमार जानवरों का इलाज किया जा सके।'

इस पर जंगलवासियों ने एतराज जताते हुए पूछा कि अस्पताल के लिए पैसा कहां से आएगा और अस्पताल में काम करने के लिए डॉक्टरों की जरूरत भी तो पड़ेगी? इस पर शेर सिंह ने कहा, यह पैसा हम सभी मिलकर इकठ्ठा करेंगे।

यह सुनकर कीनू खरगोश खड़ा हो गया और बोला, 'महाराज! मेरे दो मित्र चंपकवन के अस्पताल में डॉक्टर हैं। मैं उन्हें अपने अस्पताल में ले आऊंगा।'

इस फैसले का सभी जंगलवासियों ने समर्थन किया। अगले दिन से ही गज्जू हाथी व लंबू जिराफ ने अस्पताल के लिए पैसा इकठ्ठा करना शुरू कर दिया।

जंगलवासियों की मेहनत रंग लाई और जल्दी ही वन में अस्पताल बन गया। कीनू खरगोश ने अपने दोनों डॉक्टर मित्रों वीनू खरगोश और चीनू खरगोश को अपने अस्पताल में बुला लिया।

राजा शेर सिंह ने तय किया कि अस्पताल का आधा खर्च वे स्वयं वहन करेंगे और आधा जंगलवासियों से इकठ्ठा किया जाएगा।

इस प्रकार वन में अस्पताल चलने लगा। धीरे-धीरे वन में फैली बीमारी पर काबू पा लिया गया। दोनों डॉक्टर अस्पताल में आने वाले मरीजों की पूरी सेवा करते और मरीज भी ठीक हो कर डाक्टरों को दुआएं देते हुए जाते। कुछ समय तक सब कुछ ठीक ठाक चलता रहा। परंतु कुछ समय के बाद चीनू खरगोश के मन में लालच बढ़ने लगा। उसने वीनू खरगोश को अपने पास बुलाया और कहने लगा यदि वे दोनों मिल कर अस्पताल की दवाइयां दूसरे वन में बेचें तथा रात में जाकर दूसरे वन के मरीजों को देखें तो अच्छी कमाई कर सकते हैं और इस बात का किसी को पता भी नहीं लगेगा।

वीनू खरगोश पूरी तरह से ईमानदार था, इसलिए उसे चीनू का प्रस्ताव पसंद नहीं आया और उसने चीनू को भी ऐसा न करने का सुझाव दिया। लेकिन चीनू कब मानने वाला था। उसके ऊपर तो लालच का भूत सवार था। उसने वीनू के सामने तो ईमानदारी से काम करने का नाटक किया। परंतु चोरी-छिपे बेइमानी पर उतर आया।

वह जंगलवासियों की मेहनत से खरीदी गई दवाइयों को दूसरे जंगल में ले जाकर बेचने लगा तथा शाम को वहां के मरीजों का इलाज करके कमाई करने लगा। धीरे-धीरे उसका लालच बढ़ता गया। अब वह अस्पताल के कम, दूसरे वन के मरीजों को ज्यादा देखता।

इसके विपरीत, डॉक्टर वीनू अधिक ईमानदारी से काम करता। मरीज भी चीनू की अपेक्षा डॉक्टर वीनू के पास जाना अधिक पसंद करते। एक दिन सभी जानवर मिलकर राजा शेर सिंह के पास चीनू की शिकायत लेकर पहुंचे। उन्होंने चीनू खरगोश की कारगुजारियों से राजा को अवगत कराया और उसे दंड देने की मांग की।

शेर सिंह ने उनकी बात ध्यान से सुनी और कहा कि सच्चाई अपनी आंखों से देखे बिना वे कोई निर्णय नहीं लेंगे। इसलिए वे पहले चीनू डॉक्टर की जांच कराएंगे, फिर अपना निर्णय देंगे। जांच का काम चालाक लोमड़ी को सौंपा गया, क्योंकि चीनू खरगोश लोमड़ी को नहीं जानता था।

लोमड़ी अगले ही दिन से चीनू के ऊपर नजर रखने लगी। कुछ दिन उस पर नजर रखने के बाद लोमड़ी ने उसे रंगे हाथों पकड़ने की योजना बनाई। उसने इस योजना की सूचना शेर सिंह को भी दी, ताकि वे समय पर पहुंच कर सच्चाई अपनी आंखों से देख सकें।

लोमड़ी डॉक्टर चीनू के कमरे में गई और कहा कि वह पास के जंगल से आई है। वहां के राजा काफी बीमार हैं, यदि वे तुम्हारी दवाई से ठीक हो गए, तो तुम्हें मालामाल कर देंगे। यह सुनकर चीनू को लालच आ गया। उसने अपना सारा सामान समेटा और लोमड़ी के साथ दूसरे वन के राजा को देखने के लिए चल पड़ा। शेर सिंह जो पास ही छिपकर सारी बातें सुन रहा था, दौड़कर दूसरे जंगल में घुस गया और निर्धारित स्थान पर जाकर लेट गया।

थोड़ी देर बाद लोमड़ी डॉक्टर चीनू को लेकर वहां पहुंची, जहां शेर सिंह मुंह ढंककर सो रहा था। जैसे ही चीनू ने राजा के मुंह से हाथ हटाया, वह शेर सिंह को वहां पाकर सकपका गया और डर से कांपने लगा। उसके हाथ से सारा सामान छूट गया, क्योंकि उसकी बेइमानी का सारा भेद खुल चुका था। तब तक सभी जानवर वहां आ गए थे। चीनू खरगोश हाथ जोड़कर अपनी कारगुजारियों की माफी मांगने लगा।

राजा शेर सिंह ने आदेश दिया कि चीनू की बेइमानी से कमाई हुई सारी संपत्ति अस्पताल में मिला ली जाए और उसे धक्के मारकर जंगल से बाहर निकाल दिया जाए। शेर सिंह के आदेशानुसार चीनू खरगोश को जंगल से बाहर निकाल दिया गया। इस कार्रवाई को देखकर जंगलवासियों ने जान लिया कि ईमानदारी की हमेशा जीत होती है।

DOES GOD EXISTS... ???

नास्तिक

मैं बस में बेठा बाहर हो रही बरसात का मजा ले रहा था
कोई आएगा इस पर
अजनबी आवाज सुनकर मैं मुडा, आवाज के मालिक पर नजर गई, उम्र यही कोई २५ -३० साल, आंखों पर नजर का चस्मा चड़ाये, महाशय सवालिया नजरों से मुझे देख रहे थे,
फिलहाल तो नही


मैंने उसका मुआयना करते हुए कहा,
आप कहाँ तक जायेंगे ?
उसने धम्म से बैठते हुए दूसरा सवाल दाग दिया,
टोडारायसिंह, और आप,
बात बढाने की गरज से मैंने पूछा
भांसू
उसकी बात ख़त्म होने के साथ ही बस झटके से आगे बाद गई, बस चलने के साथ ही बातों का सिलसिला चल निकला, बात चलते-चलते आ पहुंची दुनिया के सृजक पर , उसके अस्तित्व के होने न होने पर, इस बात को लेकर हम दोनों मैं बहस छिड़ गई, वह उसके अस्तित्व को पूरी तरह नकार रहा था, और मैं इस बात पर अदा था की वो इस दुनिया मैं है चाहे किसी भी रूप मैं हो। मेरे अपने तर्क थे तो उसकी अपनी काटें, इससेपहले की हमारी बहस उग्र होती ब्रेकों की चरमराहट के साथ ही बस रुक गयी, पता चला की नदी मैं पानी ज्यादा आ गया है, जो पुल पर से बह रहा है, ऐसे मैं बस पुल पर से नही गुजर सकती, पानी उतरने मैं देर लगनी थी सो हम भी उतर आए नीचे, नदी के दोनों और वाहनों की लाइन लगी थी, इधर वाले इस किनारे खड़े थे तो उधर वाले उस किनारे, तभी एक ट्रक आया, उसमें से चालक और खलाशी उतरे पानी का अंदाजा लगाया और ट्रक घुसा ले गए पानी मैं, देखते ही देखते ट्रक नदी के पार निकल गया,
यह देख हमारी बस के चालक को भी जोश आ गया और उसने भी घुसा दी बस पानी मैं, नदी के बीच मैं पहुँचते ही बस ने अचानक धक्का सा खाया, इसी के साथ पूरी बस श्रीजी के जयकारों से गूँज उठी,
सबसे पहले जय बोलने वाला मेरी बगल मैं बैठा वाही शख्स था जो पूरे रस्ते ऊपरवाले के अस्तित्व को नकार रहा था,

A story of ancient Indian Inteligency ..... Tenaliram

तेनालीराम की कहानी


एक बार राज दरबार में नीलकेतनायात्रराजा कॄष्णदेव राय से मिलने आया। पहरेदारों ने राजा को उसके आने की सूचना दी। राजा ने नीलकेतु को मिलने की अनुमति दे दी।

यात्री एकदम दुबला-पतला था। वह राजा के सामने आया और बोला- महाराज, मैं नीलदेश का नीलकेतु हूं और इस समय मैं विश्व भ्रमण की यात्रा पर निकला हूं। सभी जगहों का भ्रमण करने के पश्चात आपके दरबार में पहुंचा हूं।

राजा ने उसका स्वागत करते हुए उसे शाही अतिथि घोषित किया। राजा से मिले सम्‍मान से खुश होकर वह बोला- महाराज! उस जगह को जानता हूं, जहां पर खूब सुंदर-सुंदर परियां रहती हैं। मैं अपनी जादुई शक्ति से उन्हें यहां बुला सकता हूं। नीलकेतु की बात सुन राजा खुश होकर बोले - इसके लिए मुझे क्‍या करना चाहिए?

उसने राजा कृष्‍णदेव को रा‍त्रि में तालाब के पास आने के लिए कहा और बोला कि उस जगह मैं परियों को नृत्‍य के लिए बुला भी सकता हूं। नीलकेतु की बात मान कर राजा रात्रि में घोड़े पर बैठकर तालाब की ओर निकल गए।

तालाब के किनारे पहुंचने पर पुराने किले के पास नीलकेतु ने राजा कृष्‍णदेव का स्‍वागत किया और बोला- महाराज! मैंने सारी व्‍यवस्‍था कर दी है। वह सब परियां किले के अंदर हैं।

राजा अपने घोड़े से उतर नीलकेतु के साथ अंदर जाने लगे। उसी समय राजा को शोर सुनाई दिया। देखा तो राजा की सेना ने नीलकेतु को पकड़ कर बांध दिया था।

यह सब देख राजा ने पूछा- यह क्‍या हो रहा है?

तभी किले के अंदर से बाहर निकलते हुए बोले - महाराज! मैं आपको बताता हूं?

तेनालीराम ने राजा को बताया - यह नीलकेतु एक रक्षा मंत्री है और महाराज...., किले के अंदर कुछ भी नहीं है। यह नीलकेतु तो आपको जान से मारने की तैयारी कर रहा है।

राजा ने तेनालीराम को अपनी रक्षा के लिए धन्यवाद दिया और कहा- तेनालीराम यह बताओं, तुम्हें यह सब पता कैसे चला?

तेनालीराम ने राजा को सच्‍चाई बताते हुए कहा - महाराज आपके दरबार में जब नीलकेतु आया था, तभी मैं समझ गया था। फिर मैंने अपने साथियों से इसका पीछा करने को कहा था, जहां पर नीलकेतु आपको मारने की योजना बना रहा था। तेनालीराम की समझदारी पर राजा कृष्‍णदेव ने खुश होकर उन्हें धन्‍यवाद दिया।

पुष्प की अभिलाषा (Pushp Ki Abhilasha) - माखनलाल चतुर्वेदी ( Makhanlal Chaturvedi)

चाह नहीं मैं सुरबाला के
गहनों में गूँथा जाऊँ,

चाह नहीं प्रेमी-माला में
बिंध प्यारी को ललचाऊँ,


चाह नहीं, सम्राटों के शव
पर, हे हरि, डाला जाऊँ

चाह नहीं, देवों के शिर पर,
चढ़ूँ भाग्य पर इठलाऊँ!

मुझे तोड़ लेना वनमाली!
उस पथ पर देना तुम फेंक,

मातृभूमि पर शीश चढ़ाने
जिस पथ जावें वीर अनेक।

वीर तुम बढ़े चलो (Veer Tum Badhe Chalo) - द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी (Dwarika Prasad Maheshwari)

वीर तुम बढ़े चलो ! धीर तुम बढ़े चलो !

हाथ में ध्वजा रहे बाल दल सजा रहे
ध्वज कभी झुके नहीं दल कभी रुके नहीं
वीर तुम बढ़े चलो ! धीर तुम बढ़े चलो !

सामने पहाड़ हो सिंह की दहाड़ हो
तुम निडर डरो नहीं तुम निडर डटो वहीं
वीर तुम बढ़े चलो ! धीर तुम बढ़े चलो !

प्रात हो कि रात हो संग हो न साथ हो
सूर्य से बढ़े चलो चन्द्र से बढ़े चलो
वीर तुम बढ़े चलो ! धीर तुम बढ़े चलो !

एक ध्वज लिये हुए एक प्रण किये हुए
मातृ भूमि के लिये पितृ भूमि के लिये
वीर तुम बढ़े चलो ! धीर तुम बढ़े चलो !

अन्न भूमि में भरा वारि भूमि में भरा
यत्न कर निकाल लो रत्न भर निकाल लो
वीर तुम बढ़े चलो ! धीर तुम बढ़े चलो !

BHARAT KE VEER भारत के वीर


ईस भारत के वीर अनेको हमने ऐसे देखे है
प्राण गवॉ दी जिसने अपनी घुटने कभी ना टेके है
उस भारत के लाल है हम भी हमसे भी टकराना मत
नही तो ईस धरती को तेरे खुन से कर देंगे लथपथ
मातृभूमि के खातिर हम मुंडो की माल सजा देंगे
शत्रु जो आये भारत मे उसे मौत के घाट लगा देंगे
राजगुरु सुखदेव भगत सिंह को जीवित देख ना पाये है

लेकिन अपने आपको हमने खुदीराम ही पाये है
वो अंग्रेजो कि कायर सेना हमसे ही थर्राई थी
कलकत्ता से राजधानी को दिल्ली मे बैठाई थी
बंगाल से ही शुरुआत हुई तब चिंगारी ही आग बनी
ईक ज्वाला भडक उठी सबमे भारत के लोगो के मन मे
अंग्रेजो भारत छोडो अब अब खड़े हो गये है हम सब
हम सब चढ़ गये थे फॉसी पर अपनी ईस देश की माटी पर
हो गया देश आजाद मेरा दो टूक हो गया छाती पर
भारत के कुछ गद्दारो ने ये पकिस्तान बनाया था
कुर्सी के कुछ मुख्तारो ने ये पकिस्तान बनाया था
ये पाकिस्तान बना करके भारत ने भुजा गवॉया है
वीरो की धरती पर ही वीरो का नही बुलाया है
वही पाक जो भारत था आज उसी से जलता है
पर सुन लो ऐ दुनिया वालो जंगल मे शेर ही चलता है
ईस भारत के वीर अनेको हमने ऐसे देखे है
प्राण गवॉ दी जिसने अपनी घुटने कभी ना टेके है |

FEELINGS OF INDIA.... BEST IMAGES OF INDIAN FLAG

शहीदों की चिताओं पर ( Shaheedon Ki Chitaon Par) - जगदंबा प्रसाद मिश्र ‘हितैषी’ ( Jagdamba Prasad Mishra 'Hitaishi')

उरूजे कामयाबी पर कभी हिन्दोस्ताँ होगा
रिहा सैयाद के हाथों से अपना आशियाँ होगा


चखाएँगे मज़ा बर्बादिए गुलशन का गुलचीं को
बहार आ जाएगी उस दम जब अपना बाग़बाँ होगा

 ये आए दिन की छेड़ अच्छी नहीं ऐ ख़ंजरे क़ातिल
पता कब फ़ैसला उनके हमारे दरमियाँ होगा


जुदा मत हो मेरे पहलू से ऐ दर्दे वतन हरगिज़
न जाने बाद मुर्दन मैं कहाँ औ तू कहाँ होगा



वतन की आबरू का पास देखें कौन करता है
सुना है आज मक़तल में हमारा इम्तिहाँ होगा



शहीदों की चिताओं पर जुड़ेंगे हर बरस मेले
वतन पर मरनेवालों का यही बाक़ी निशाँ होगा


 


कभी वह दिन भी आएगा जब अपना राज देखेंगे
जब अपनी ही ज़मीं होगी और अपना आसमाँ होगा  

Tuesday, 13 January 2015

10 ideas to inspire young people to become entrepreneurs and tackle their country’s challenges

The particularity of this event is that it acts along the whole process of engagement. To me, 10 elements made this event so special, 10 elements that every event organizer should keep in mind when organizing an event aiming at engaging young people:

1. A clear vision, « I know why I’m here »
The purpose of this unique event is to turn participants from job seekers to job creators, to inspire young Indians to lead development by taking to enterprise. These solutions have to be holistic, sustainable, non-governmental, complementary, collaborative, inclusive and replicable, to enable an “oil-patch development” and solve India’s most urgent challenges.
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2. A collective emulation, « I’m not alone »
Students, employees or entrepreneurs; urban or rural; engineers, business or politicians; Indians or international, we represent both a great diversity and unity. We are all here for the same reasons: discover the « real India », understand the social entrepreneurship model, meet new « changemakers » friends, shape our ideas and dreams. Each of us is dreaming of a career with impact. Questioning the old-fashioned models, we were marginalized in our surroundings, companies or schools. Here we are a force of 450 young enthusiasts. Dreamers and doers.
We are India, we are change
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3. A sense of responsibility, « I have a role to play »
This is a unique opportunity – the experience of a lifetime – to get into the Jagriti Yatra, but also a responsibility. Everyone will have to bring about change in his or her community after the event. Shashank Mani, founder of Jagriti Yatra, is clear during the induction session the first day: « The country is watching, the country is waiting ». He adds: « The Jagriti Yatra is a wake-up call to build the country! »
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4. A unique esprit de corps, « Let’s go together!”
Uh, yes but… No, no time to hesitate, it’snow  the time of the « Yaaron Chalo » anthem, which means « Let’s go friends! ». This is THE symbol of Jagriti Yatra, composed by one of the greatest Bollywood composers. In this song, it is no question of « bloody flag » or « ferocious soldiers » (reference to the Marseille), only of being the change we want to see in the world. Every time I replay this « Yaaron Chalo », it gives me chills, and I remember both my responsibility and this shared energy that unites us.
(Video of the song at the end of the article)
Nation building« Yaaron Chalo » in Mumbai, the first day of the Jagriti Yatra. (Credits : Jagriti Yatra) 

5. Interact with amazing social entrepreneurs, « What if I were like them? “
The tour is punctuated by role models visits. But not random role models. If social entrepreneurs – who take personal risks to solve society’s most pressing needs – are the heroes of the 21st century, those of Jagriti Yatra are superheroes. From the mythic Aravind Eye Care, to the inevitable Barefoot College, through Goonj or Naandi, all of these organizations have been created by social entrepreneurs who haven’t been afraid of challenging the status quo and now impact the lives of millions of people. Visionary, inspiring, accessible, how can’t you aspire to be like them?
To know more about them, click here to see a Diaporama of some of greatest changemakers of our century. 
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6. A demystification of entrepreneurship, « What if it was for me?”
With remarkable proximity, each and every role model took the time to speak about the difficulties and joys of being a social entrepreneur, as well as the key reasons of their success. Quite fast, it appeared that being an entrepreneur is not that complicated: you “just” need to find a good idea, to focus on it, to build a good team, to show your passion… and money will come! It is worth remembering that all these great changemakers began very small, some in a garage, others with a few rupees… Aravind Eye Care – whose hospitals have realized 32 million cataract operations in 36 years – began very humbly, with 11 beds…
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7. Develop empathy on the ground, “This is the problem that moves me!”
Education, agriculture, water, health, energy, manufacturing, new technologies, the tour gives a good overview of the major Indian economic and social challenges. 40% of Indians do not have access to energy, 45% of the most malnourished children in the world are Indians … But having key figures – understanding a problem at the intellectual level – does not make you act!
A social entrepreneur needs a moment of indignation, she/he needs to feel an injustice…! Through field visits and experiential learning, people develop empathy. I will always remember this visit of a Montessori school in the slums of Patna, which gives free remedial courses for ragpickers children… and seeing at the end of the visit in the street a 6 or 7 year-old child, barefoot, wearing dozens of kilos of waste on his back. A lot is already done, but a lot still needs to be done. Emotion makes you move.
J8 - Gram Vikas - Old womanDiscovering the real India. (Credits : Arul Anand Sura) 
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8. A call to action, « Let’s develop solutions for real »
After the inspiration and moment of indignation, place to the immersion and action. In early January, we spent two days in a remote village in Uttar Pradesh to develop social enterprise prototypes. Teams were formed based on the needs in the region and our interests. Google sponsored the competition, and the winners are now returning to the village to test their idea by launching pilots.
And this exercise has an impact: it leads to social entreprises creation, I can testify. With Jonas from Destination Changemakers, we currently work in Delhi with Ashmeet Kapoor (Yatri 2010), founder of I Say Organic, who has launched his social venture after this business plan competition…
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9. An inner journey, « This is how I want to have an impact »
In the end, all the ideas will not be implemented, of course. But most importantly is to have changed ourselves, to see more precisely how to contribute and to become entrepreneur of our own life. These 15 days have been a 15-day journey exploring our own dreams, desires and talents, trying to cross them with societal needs. The first day of the adventure, Colonel Suresh Patil, a famous Indian army colonel told us: « I want to congratulate all of you, because you are making history… in your life.”

10. A fun thus unforgettable experience, « I’m part of the family »
If you want to build a movement, build something fun. Makesense has understood it since its beginning, for example. This event will be unforgettable, because it was improbable. Spending 15 days and 15 nights at 7 in a 6m2, transforming train seats in a improvised shower, experiencing a New Year’s Eve at 400 in a wagon… When you multiply the emotional effect by the intensity of the experience, you will get a timeless souvenir. Each of us will remember this « Awakening Journey » throughout his/her life and will remember his/her dreams and promises shaped at this time.
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In the end, I came out with three main ideas:
  • Firstly, the impossible is temporary. Changemakers can radically change the game in a sector thanks to their courage, creativity, perseverance and passion.
  • Then, we need more committed men and women! As Anshu Gupta, founder of Goonj, beautifully said: « The world does not need thinkers anymore, it needs DOERS ». We speak more and more about « Corporate Social Responsibility », why don’t we speak about  » Individuals Social Responsibility »?
  • Finally, our education does not prepare us to become changemakers. Educating obsolete theories in a classroom is from another century. It is high time we reinvent education to make it more practical, more creative, more collaborative, more inspiring, more responsible.
These exceptional social entrepreneurs made ​​me want to be an social entrepreneur, and gave me the conviction that success is not correlated with age. Better, this Jagriti Yatra gave me an idea. And the idea is to adapt this to France.

Yaaron Chalo!

DBA (dynamic benificial accord) real truth with my experience

Hello friends my self saurav bhardwaj from meerut Its all about DBA( dynamic beneficial accord marketing pvt.ltd. plot no 580, sec 66 phase 9 chandigarh mohali)

friends hamare india k best man chanakiye ne kaha h k there is three kind of people
1. jo log thokr lagne par bhi nahi sambhlte h vo kabhi bhi kaheen par bhi ijjat daulat sohrat ke na he haqdaar hote h na he unhe milti h.... ijaat to unki hoti he nahi h doulat or sohrat b ve gavaan dete h..
2. jo thokar khakar sambhal jaate h vo sambav h ke ladkadyenge lekin sambhal jayenge or aage ijaat doulat sohrat ko firr se kama lenge
3. or third vo hote h jo dusre ko thokar khata dekhkar he sambhal jaate h asal m vo he apni jindgi m kuch kar dikha dete h...3% people in DBA language....

Dosto ek baat ka dhyaan rakho ameer banne ki koi short trick nahi hoti agar hoti h to 100% usse kisi aam insaan ko dukh dard jaroor pahuchega
plz plz plz apne mom dad ka vishwaas mat khona dosto kyounki ye vo aaina h jisme aapki shakl shayad aapke paida hone se pahle dekha jaata h....

DOSTO DBA m main jo sapna lekar gaya tha shayad vo to vahan pura nahi ho sakta
Lekin main phirr bhi usse thanx karta hun kyoki.......
1. usne mujhe apni family se pyaar karna sikhaya h jo shayad m bhulta ja raha tha.

2.DBA ne mujhe business man attitude ko or sharp kiya h kyon ke main khud ek buseness operate karta hun so main uska banifit waha le raha ho or apni market ko or strong karne m successful ho raha hun.....

3. mujhe girlfriend friend or Family m kisko priority deni h iss baat m bilkul bhi confuse nahi hun....or aapki bhi help karne k able hun

4. haan main ye jaan gaya hun k apne sapne pura karne ka sabse accha tareeka direct selling h... han possible h ke aapko suru karne m problem aaye kyonki ham sab m kaafi lagbhag 70% middle family ApL se belong karte h... lekin agar aap me dam h to 50 ko 60 or 60ko 80 or 80 o 120 karna chalu karoge to aap seekh jayenge...haan time or guts jaroori h
ho sakta h k apko 1 saal ka samaye lag jaye lekin ham sab 15 saal jab study m invest kar sakte h to phir ek saal ya usse b jyada ki koi aukaat nahi h hamari family ki khusi ke aage.... so Ok friends
take care and keep away from these type of person and fraud company kyounki vishvaaas bahut badi cheez hoti h jo short term se kamai nahi jaati kisi ka vishvaas mat todo dosto kyonki ye poori jandgi bhi kam pad jayeegi vishwaas kamane mein..

Yadi aap personality devlopement or duniya ki haqikat jaanna chahte h to 1500-2000 koi badi keemat nahi try karo lekin isse jyada keemat b inki nahi h ok friends bye....

my self saurav bhardwaj yadi jindgi ke kisi bhi mod par yadi aap confuse ho jaye then m aapka dost bhai jo bhi aap samjhe aapki har sambhav help karoonga vo bhe free of cost my contact no is 9012316175

Be happy and keep your family also kyounki desh ke ladne vaale ek fauji ki kadr ek BMW mein ghumne vaale fraud se jyada hoti h kabhi kuch aisa mat karo jis se aapki family ka sar kisi k aage jhuke.....
JAI HIND VANDE MATRAM be the feature not failure

Monday, 12 January 2015

Mission Clean India Green India in village Uldepur by our group MAKE A DIFFERENCE....

Mission Clean India Green India in village Uldepur by our group MAKE A DIFFERENCE....
Photos








Date of Birth of Freedome fighters and Important Historical Dates of INDIA

DATES OF INDIAN BLOOD...

Shaheed Bhagat Singh                        September 28, 1907 – March 23, 1931
Chandrashekhar Azad                       July 23, 1906 – February 27, 1931
Sukhdev Thapar                                  May 15, 1907 – March 23, 1931
Shivaram Rajguru                              August 24, 1908 – March 23, 1931
Batukeshwar Dutt                              November 18, 1910 – July 20, 1965
Chatrapati Shivaji Maharaj            February 19, 1630 – April 3, 1680
Mahatma Gandhi                                 October 2, 1869 – January 30, 1948
Ashfaqulla Khan                                October 22, 1900 – December 19, 1927
Ram Prasad Bismil                            June 11, 1897 – December 19, 1927
Dayanand Saraswati                        February 12, 1824 – October 30, 1883
Sardar Vallabh Bhai Patel             October 13, 1875 - December 15, 1950
Tatya Tope                                          1814 - April 18, 1859
Vinayak Damodar Savarkar         May 28, 1883 – February 26, 1966
Madan Lal Dhingra                          February 18, 1883 – August 17, 1909
Jawaharlal Nehru                            November 14, 1889 - May 27, 1964
Swami Shraddhanand                    February 6, 1856 – December 23, 1976
Vinobha Bhave                                 September 11, 1895 - November 15, 1982
Lala Lajpat Rai                                  January 28, 1865 – November 17, 1928
Mahatma Jyotirao Phule              April 11, 1827 – November 28, 1890
Savitribai Phule                            January 3, 1831 – March 10, 1897
Lala Hansraj                                      April 19, 1864 – November 15, 1938
Shyamji Krishna Varma               October 4, 1957 – March 30, 1930
Lala Har Dayal                                 October 13, 1884 – March 4, 1939
Swami Vivekananda                      January 12, 1863 – July 4, 1902
Virendranath Chattopadhyay October 31, 1880 - September 2, 1937
Ramakrishna Paramhansa          February 18, 1836 – August 16, 1886
Hari Kishan                                          1911 – June 9, 1931
Babasaheb Ambedkar                  April 14 1891 – December 6, 1956
Kartar Singh Sarabha                   May 24, 1896 – November 16, 1915
Subhash Chandra Bose                January 23, 1897 – Unknown
Shaheed Udham Singh                December 26, 1899 – July 31, 1940
Jatindra Nath Das                         October 27, 1904 – September 13, 1929
Bipin Chandra Pal                         November 7, 1858 – May 20, 1932
Sachindra Nath Sanyal                   1893 – February 7, 1942
Bal Gangadhar Tilak                      July 23, 1856 – August 1, 1920
Abul Kalam Azad                          November 11, 1888 – February 22, 1958
Surjya Sen                                      March 22, 1894 – January 12, 1934
Pingali Venkayya                        August 2, 1876 - July 4, 1963
Bankim Chandra Chattopadhyay   June 26, 1838 – April 8, 1894
Khudiram Bose                              December 3, 1889 – August 11, 1908
Rash Bihari Bose                           May 25, 1886 – January 21, 1945
Sri Aurobindo                                August 15, 1872 – December 5, 1950
Rani Laxmibai                               November 19, 1835 – June 18, 1858
Mangal Pandey                              July 19, 1827 – April 8, 1857
Ram Manohar Lohia                      March 23, 1910 – October 12, 1967
Babu Kunwar Singh                       November 1777 - April 23, 1858
Birsa Munda                                     November 15, 1875 - June 9, 1900
Lal Bahadur Shastri                       October 2, 1904 – January 11, 1966
Rajendra Prasad                             December 3, 1884 – February 28, 1963
Jayaprakash Narayan                     October 11, 1902 – October 8, 1979
Gopal Ganesh Agarkar                 July 14, 1856 - June 17, 1895
Jawaharlal Nehru                           November 14, 1889 – May 27, 1964
Sarojini Naidu                                February 13, 1879 – March 2, 1949
Gopal Krishna Gokhale                 May 9, 1866 – February 19, 1915
Bhikaki Rustom Cama                   September 24, 1861 – August 13, 1936
Dadabhai Naoroji                           September 4, 1825 – June 30, 1917
Aruna Asaf Ali                               July 16, 1909 – July 29, 1996
Usha Mehta                                    March 25, 1920 – August 11, 2000
Sucheta Kriplani                            June 25, 1908 – December 1, 1974
Vasudev Balwant Phadke              November 4, 1845 – February 17, 1883
Narendra Mohan Sen                     1887 – 1963
Bhagwati Charan Vohra                 July 1903 – May 28, 1930
Sindhutai Sakpal                           November 14, 1948
Jaidev Kapoor                                October 24, 1908 – September 19, 1994
Durga Bhagwati Charan Vohra      October 8, 1907 – October 15, 1999

Important Historical Dates
Quit India Movement                     August 8, 1920
Kakori Kaand                                 August 9, 1925
Martyrdom Day of Bhagat
Singh, Sukhdev and Rajguru          March 23, 1931

15 Best New Business Ideas for 2015... Be the Leader, Be the the Change.

Great Ideas for 2015

There’s never been a better time to be an entrepreneur. Technology is more powerful and affordable than ever and social media has made it possible to promote your business in ways that are often more effective than expensive advertising campaigns. And if you need startup funds to get going, crowd funding and alternative lending sites are making it much easier to get your business off the ground. Here’s a list of 14 business ideas to inspire you to start your business in 2015. 

Kid-Friendly Apps

Kids are your future customers so gaining their loyalty now isn’t a bad idea.
In its 10th annual trends report, THE FUTURE 100, which highlights the big and small trends to watch this coming year, JWT Intelligence cites the connectivity of kids as a big trend for 2015. According to Common Sense Media, three-quarters of kids have access to a mobile device. This spells a big business opportunity for anyone who can create products or design apps just for kids. And, if they also happen to be educational or promote good health, you’ll win their parents over, too.
You can start small by designing a few kid-friendly apps and see where you business goes from there.


Recycling pickup

Most homeowners have pick-up bins for standard recyclables like paper, glass and plastic, but they often don't make the effort to properly recycle electronics and batteries, which can be extremely harmful to the environment when left in landfills. Offer to pick up all the e-waste that's been collecting in their garages — old televisions, broken laptops, defunct cellphones — and bring them to your local electronic recycling facility. Charge per item, by weight, or a flat fee plus travel to and from the location.

Software trainer

If you're proficient in a highly specialized software, you can get paid to pass your knowledge on to amateurs and professionals looking to expand their skill sets. Technical manuals are available for programs like QuickBooks and Final Cut Pro, but these are often expensive and difficult for the average user to get through. Schedule small group workshops or private sessions, and charge by the hour for a full tutorial of the program. The best part about this gig is that it can be done part time.

Healthcare Consulting

The combination of aging baby boomers and the implementation of the Affordable Care Act means that the healthcare industry will rapidly continue to expand… and change. As an independent healthcare consultant, you can offer management and data analysis for organizations like hospitals, labs and therapist offices to help implement solutions to improve efficiency and/or save money. This is a great opportunity to put that marketing or economics degree to use.

Food Truck

We included this on our list of business ideas for foodies, and for good reason: a December 2012 study by Intuit and Emergent Research predicted that revenue from the food truck industry will reach $2.7 billion by 2017. A truck is a much less expensive investment than a brick-and-mortar restaurant and, according to Mobi Munch founder Josh Tang, the failure rate for food trucks is just 10 to 20 percent (as opposed to 60 to 90 percent for restaurants). With the right equipment and some great recipes, you can have your mobile eatery up and running in no time.
freelancers, freelancing
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Credit: Freelancing art image via Shutterstock

Freelancing

Companies are increasingly turning to freelance and contract workers to fill the skill gaps in their staff. It's not hard to imagine that you could build a whole company around providing freelance services of one sort or another. According to Freelancer.com, which lists more than a million freelance projects on its site, the most in-demand freelance services are: data entry, academic writing, Excel projects, data processing, Web search and Facebook-based jobs. Hourly rates start at $30 an hour and stretch into the hundreds. 

Mobile consulting

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It's been said before, but it bears repeating: mobile is now a non-negotiable for almost any business. Finding ways to go mobile is a challenge for many business owners. If your company can provide affordable mobile solutions to businesses that need them you'll find mobile consulting a rich business opportunity.

According to Jamie Turner, founder of a company called "The 60-Second Marketer," there will be ongoing need for mobile assistance.

"Research from the 60-Second Marketer indicates that there are more people on the planet who own a mobile device than who own a toothbrush," said Turner, who co-authored the book "Go Mobile" (Wiley, January 2012) with Jeanne Hopkins. "So it's safe to say that your prospects are using mobile. If you're in business, it's your job to be where your prospects are. Your prospects are in mobile right now."

 

It's been said before, but it bears repeating: mobile is now a non-negotiable for almost any business. Finding ways to go mobile is a challenge for many business owners. If your company can provide affordable mobile solutions to businesses that need them you'll find mobile consulting a rich business opportunity.

According to Jamie Turner, founder of a company called "The 60-Second Marketer," there will be ongoing need for mobile assistance.

"Research from the 60-Second Marketer indicates that there are more people on the planet who own a mobile device than who own a toothbrush," said Turner, who co-authored the book "Go Mobile" (Wiley, January 2012) with Jeanne Hopkins. "So it's safe to say that your prospects are using mobile. If you're in business, it's your job to be where your prospects are. Your prospects are in mobile right now."

Translator

There's no denying the global marketplace is growing and reaching beyond the borders of China and Mexico. All that cross-cultural communication is creating a growing need for translators, according to the U.S. Bureau of Labor Statistics’ Occupational Outlook Handbook, the hiring of interpreters and translators is projected to grow 46 percent from 2012 to 2022, much faster than the average for all occupations.
This translates into a big business opportunity for entrepreneurs who can bring foreign-language speakers together with businesses in need.
   

Employee-monitoring services

Employees are increasingly mobile. In fact, it is estimated there will be 1.3 billion mobile workers by 2015. So how are employers supposed to keep track of what their workers are doing? The answer provides myriad business opportunities for entrepreneurs. One company, Exaktime, recently debuted a mobile time clock. There are also vehicle-tracking time clocks and time-clock apps. But employers often don't have the staff or the time to manage all this new data and distill it to what is needed for payroll and billing.

A company that could provide employee-monitoring services, as well as some additional outsourced human resources functions, would be in great demand right now.

Traveling salon

As people live longer, there's an increasing need for senior services of all sorts. And not all are related to health care. One such service, a mobile salon that travels to customers' residences to do their hair or nails, has nothing but growth potential. As aging baby boomers move into the senior citizen category, there will be a growing need for these mobile services that help keep boomers looking good without requiring them to make a trip to the salon.

Vending machine business

Increasingly, health-conscious and time-strapped Americans are looking for quick food on the go that is healthier than the soda and chips you usually find in vending machines. This has spawned a whole new industry of health-oriented, unique and specialized vending companies that offer franchisees the chance to own and service as few as one or two machines. One such franchise has had big success putting healthy vending machines in schools, offices, public buildings, etc. Owning a vending-machine business offers franchisees the opportunity to start small and test the waters. 

Smartphone repair

smartphone-habit-110726-02
Smartphones have become indispensible for both business and personal use. But have you ever tried to get one fixed? It can cost as much to as it does to buy one. Smartphone-repair services are starting to crop up around the country, but for now, this market is wide open. Here’s an example of one entrepreneur who has started a successful chain of Pennsylvania-based smartphone repair stores called iDropped.     

Contracting

If you've tried to hire a contractor lately you probably already know that something odd is going on. Anecdotal evidence suggests that many contractors went out of business during the height of the recession and those that survived got lean and mean. Now, as the economy improves and Americans are spending money to improve their homes, they are having trouble finding contractors – electricians, plumbers, roofers, painters and more. Contractors say they are facing a shortage of skilled labor and having trouble finding employees to rebuild their former skeleton crews.

This creates an opportunity for skilled workers who are ready to take the leap from being an employee to owning their own company. Starting small is probably the best way to test the waters. You can grow after you've proven your success.

Testing business

Apps, websites, e-commerce…they've become must-haves for any business. But often, they don't work. The reason is that businesses don't test their applications or software carefully enough. Testing services are in hot demand. One company, SOASTA, offers cloud testing services for clients. There's room in this market for growth. A service that specializes in niche testing would have an edge over broader testing services. 

Business services


Photo Credit: Solarseven |
A lot of companies cut back on support staff during the recession and many are reluctant to rehire, even though they need help. Instead, many are outsourcing non-core business functions to third-party firms. This is creating a business opportunity for anyone who can provide marketing, human resources, healthcare management or any other service a business needs.

This is especially good news for entrepreneurs who want to run a small business. According to business research by the Michigan State University Broad College of Business, the business-to-business services field is highly fragments and not dominated by any large players. Instead, small businesses have the opportunity specialize and focus on their niches.