Monday, 11 July 2016

इस्लाम के गलत इस्तेमाल से दुनिया का अस्तित्व संकट में है.

पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के कार्यालय ने चरमपंथी संगठन हिज़्बुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने पर कहा है कि प्रधानमंत्री को इससे 'गहरा सदमा' लगा है. उन्होंने वानी को 'कश्मीरी नेता' बताया है.
कमाल की बात है जिन्हे हमारी सरकार आतंकी कहती है  उन्हें पाकिस्तान का प्रधानमंत्री नेता कहता है , शायद पेशावर में हुए 125 मासूमो के क़त्ल करने वाले को भी ये नेता ही समझेगा??
 
क्या कोई नेता हाथ में a k 47 लेकर जनता को भाषण देता है ,अगर ऐसे ही लोगो को नेता मन गया तो फिर आतंकवादी और नेताओं में कोई भी फ़र्क़ नहीं है .


अगर ये ही इनकी सोच  है तो फिर अमेरिका ने जो किआ एकदम ठीक किया, क्योंकि उस हिसाब से तो इस्लाम जगत का सबसे बड़ा नेता ओसामा बिन लादेन ही हो सकता है . मैं ऐसे लोगो से पूछता हूँ की क्या ये लोग कभी इंसानियत को ज़रा भी समझ पाए हैं , और कुरान की अपने फायदे के हिसाब से व्याख्या करने  वाले लोग कभी मुसलमान हो सकते हैं ???
शायद स्टेफन हॉकिंग्स ने सही कहा है की हमारी धरती का अस्तित्व खतरे में हैं. जिसकी वजह धरती पर बढ़ती भीड़ और नफरत होगी .
आज नहीं तो कल वो दिन आ ही जाएगा जब ये लोग सारी धरती पर हुकूमत करेंगे .
क्योंकि ये ही ये करते आये हैं और उस धरती पर किसी भी इंसान के लिए कोई जगह नहीं होगी, जगह होगी तो सिर्फ नफरत को और हिंसावादी  मज़हबी ताक़तों की .
सच में ,मैं तो ये सोच के भी काँप जाता हूँ की वो समय कैसा होगा जब सब लोग फिर से उन्ही तालिबानी लोगो के गुलाम बन जाएंगे .
यदि इससे बचना है तो फिर गुरु अरविन्द के अनुसार इस्लाम में व्याप्त कट्टरता को समाप्त  होना होगा.
आज कश्मीर  में जो नौजवान भटक रहे हैं वो उनसे ज्यादा उन लोगो की गलती है जो उनके दिमाग में मज़हब का ज़हर बचपन से घोलना शुरू कर देते हैं . जिस उम्र में विकसित देशो के नौजवान फेसबुक और एप्पल जैसी कम्पनीज बनाने के बारे में सीख रहे होते हैं उस उम्र में जिहाद के नाम पर भटके नौजवान बम बनना सीख रहे होते हैं .
आप खुद ही सोचो क्या ये हमारे देश का भविष्य है ???
इस्लाम के गलत इस्तेमाल से दुनिया का अस्तित्व संकट में है .

No comments:

Post a Comment