दोस्तों, हर इंसान को अपनी जन्मभूमि से प्रेम होता है. कितना और क्यों ये सब अलग प्र्शन है. ऐसा ही एक देश है जापान...
एक ऐसा देश जिसने दुनिया का सबसे कड़वा अनुभव झेला, परमाणु बम के हमले ने उसके दो मुख्या नगरों को लगभग समाप्त ही कर दिया था.
ये सब हुए सिर्फ 71 वर्ष ही हुए हैं और आज वो राख के ढेर से खड़ा होकर फिर से दुनिया के विकसित देशो में शुमार हो गया है . आखिर ऐसा क्या है वह जो वहां के लोग कुदरत और दुनिया दोनों का कहर सहने के बावजूद भी अपना मस्तक गर्व से ऊँचा किये हुए हैं .
जापान के लोगो ने आज उस अमेरिका के अंदर भी अपनी टोयोटा और घड़िया पंहुचा दी हैं जिसने उसे वक़्त से काफी पीछे धकेल दिया था .
जापान को उगते सूरज का देश कहा जाता है, और वहां के लोग इस बात बात को अपने हुनर से सही साबित भी करते हैं .
अगर जापान को देखा जाये तो भारत तो हर दृष्टि से संपन्न है लेकिन फिर भी पिछड़ा हुआ है . इसकी वजह ना तो हमारा देश है ना हमारे नेता . इसकी वजह हम सब लोग हैं जो देश से पहले अपना ख्याल रखते है . जिस दिन देश हमारी प्राथमिकता बन जाएगा उस दिन से हम भी उन्नति के रस्ते पर चलने लगेंगे.
चलो क्यों ना हम भी हिंदुस्तान को जापान के जैसा ही विकसित बनाने का पर्यत्न करे .
जय हिन्द जय भारत
आपका अपना गौरव भरद्वाज.
एक ऐसा देश जिसने दुनिया का सबसे कड़वा अनुभव झेला, परमाणु बम के हमले ने उसके दो मुख्या नगरों को लगभग समाप्त ही कर दिया था.
ये सब हुए सिर्फ 71 वर्ष ही हुए हैं और आज वो राख के ढेर से खड़ा होकर फिर से दुनिया के विकसित देशो में शुमार हो गया है . आखिर ऐसा क्या है वह जो वहां के लोग कुदरत और दुनिया दोनों का कहर सहने के बावजूद भी अपना मस्तक गर्व से ऊँचा किये हुए हैं .
जापान के लोगो ने आज उस अमेरिका के अंदर भी अपनी टोयोटा और घड़िया पंहुचा दी हैं जिसने उसे वक़्त से काफी पीछे धकेल दिया था .
जापान को उगते सूरज का देश कहा जाता है, और वहां के लोग इस बात बात को अपने हुनर से सही साबित भी करते हैं .
अगर जापान को देखा जाये तो भारत तो हर दृष्टि से संपन्न है लेकिन फिर भी पिछड़ा हुआ है . इसकी वजह ना तो हमारा देश है ना हमारे नेता . इसकी वजह हम सब लोग हैं जो देश से पहले अपना ख्याल रखते है . जिस दिन देश हमारी प्राथमिकता बन जाएगा उस दिन से हम भी उन्नति के रस्ते पर चलने लगेंगे.
चलो क्यों ना हम भी हिंदुस्तान को जापान के जैसा ही विकसित बनाने का पर्यत्न करे .
जय हिन्द जय भारत
आपका अपना गौरव भरद्वाज.
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